ॐ शिवे भगवे भक्षे भगे भंग क्षोभय क्षोभय मोहय मोहय छदाय छदाय कलेटय क्लीं शरीरे ओम फट स्वाहा इस तरह करने से ये मंत्र और मिश्रण अभिमन्त्रण हो जाता है. इसे आप एक व्यक्ति, एक ग्रुप या समुदाय विशेष तक सिमित कर सकते है. “Guru Ji Astrologer Ankit Sharma, you https://tantramantraaurvigyaan.com/